Chitt Shodhan Ke Asht Padd
चित्त शोधन के अष्ट पद
कैसे हम अपने आपको दुःखों चिन्ताओं व पीड़ा से मुक्त हो सकते हैं? यह निर्देश चित्त शोधन के अष्ट पद में मिलेगी। यह पुस्तिका हमारे नजरिये को बदलने के लिय मानसिक नियन्त्रण के उन्नति में लाभ अधिक से अधिक प्रेम करुणा तथा दूसरी के प्रति यर्थात रूप से गहरी समझ विकसित करनें में साधन प्रदान करती है।
ग्यारहवीं सदी के तिब्बत के आध्यात्मिक गुरु पोतोवा के शिष्य शरावा एवं गेशे लङ-रि-थङ-पा जो कि आप दोनों लङ-शर ने चित्त शोधन में असीम अनुभव प्राप्त किये हैं विशिष्ट लक्षणों से युक्त दोनों परम पुरुष में से गेशे लङ-रि-घड-पा ने इन मूल कारिकाओं की रचना की थी।
इस महत्वपूर्ण ग्रन्थ को पावन दलाई लामा जी मन प्रशिक्षण के लिए यह आठ पद एक अलग रूप में बुद्ध की शिक्षाओं का पूरा सार मानते हैं। एक प्ररेणा देने वाले स्रोत के रूप में अपने दैनिक ध्यान चर्या में इसे शामिल भी करते हैं।